कोई करता किसी की "अदाएं " चोरी,


कोई करता किसी की "अदाएं " चोरी,
तो कोई चुराता किसी की "मजबूरी ",
अपनी ही "तन्हाई " को चेपता कोई,
तो "खट्टे-मीठे " पल लपेटता कोई