खुदा को दिख रहा होगा. ना दिल तुझसे जुदा होगा.
तेरी तकदीर मे मुझको वो अब तो लिख रहा होगा.
खुदा को दिख रहा होगा. ना दिल तुझसे जुदा होगा.
तेरी तकदीर मे मुझको वो अब तो लिख रहा होगा.
तेरा ही बस होना चाहूँ, तेरे दर्द मे रोना चाहूँ.
तेरे दिल के इन ज़ख्मो पे, मरहम मैं होना चाहूँ.
तेरा ही बस होना चाहूँ, तेरे दर्द मे रोना चाहूँ.
तेरे दिल के इन ज़ख्मो पे, मरहम मैं होना चाहूँ.
(कर ले कबूल खुदाया मेरे सजदे.
अब तो नसीब मे उसे लिख दे.
हो, कर ले कबूल खुदाया मेरे सजदे.
अब तो नसीब मे उसे लिख दे.)
तू फिर ना सोया होगा, शायद फिर रोया होगा.
तू फिर ना सोया होगा, शायद फिर रोया होगा.
आंसू मेरी पलकों पे, यु ही ना आया होगा.
देना मुझको आवाजें, या सून मेरी फरियादें.
घेरे है मुझको यादें बिन .. ते..रे.
तुझे ही बस पाना चाहूँ. खुदको मैं खोना चाहूँ.
तेरे दिल के इन ज़ख्मो पे, मरहम मैं होना चाहूँ.
तेरा ही बस होना चाहूँ, तेरे दर्द मे रोना चाहूँ.
तेरे दिल के इन ज़ख्मो पे, मरहम मैं होना चाहूँ.
(खुदा को दिख रहा होगा. ना दिल तुझसे जुदा होगा.
तेरी तकदीर मे मुझको वो अब तो लिख रहा होगा.)
दिल ने इबादत की है, तेरी बस चाहत की है.
दिल ने इबादत की है, तेरी बस चाहत की है.
लिखा आया अर्जियों मे, तुझ बिन जीना नहीं है.
मुझमे अब मैं कहा हूँ, तुझमे रहने लगा हूँ.
मैं तो बस जी रहा हूँ बिन .. मे..रे.
तुझे ख्वाब मे दिखना चाहूँ, तेरी साँस मे खोना चाहूँ.
तेरे दिल के इन ज़ख्मो पे, मरहम मैं होना चाहूँ.
तेरा ही बस होना चाहूँ, तेरे दर्द मे रोना चाहूँ.
तेरे दिल के इन ज़ख्मो पे, मरहम मैं होना चाहूँ.
(खुदा को दिख रहा होगा. ना दिल तुझसे जुदा होगा.
तेरी तकदीर मे मुझको वो अब तो लिख रहा होगा.)