मेरी याद के सिलसिले कम न होगे


मेरी याद के सिलसिले कम न होगे
बहुत याद आयेगे जब हम न होगे

बहारे यू ही मुस्कुराती रहेगी
कोई गम न करना अगर हम ना होगे

यू ही फूल गुलशन मे खिलते रहेगे
बहारो के ये सिलसिले कम ना होगे

पता है नहीं भूल पाओगे मुझको
मैं कैसे कहू कि तुझे गम ना होगे

मेरी याद तुझको सताती रहेगी
जुदाई के सदमे कभी कम ना होगे